भारत देश के सबसे कम उम्र के युवा आईएएस
Ansar Ahmad Shaikh,
सफलता और संघर्ष की कहानी।
इनका जन्म
महाराष्ट्र के जालना जिले के
एक छोटे से गांव में
साल 1995 को हुआ।
पिता एक ऑटो चलाने का काम करते।
घर की वित्तीय हालत काफी ज्यादा कमजोर थी, जिससे 2 जून की रोटी भी नसीब नहीं होती थी।
शिक्षा तो बहुत दूर की बात थी।
Ansar Ahmad Shaikh
ने अपने घर पर घरेलू हिंसा और बाल विवाह जैसी कुप्रथा को करीब से देखा।
इनके घर मे संसाधनो की कमी थी और आर्थिक स्थिति खस्ता हाल थी।
इतनी विपरीत परिस्थितियो मे IAS बनना,दिन में सपने देखने के समान था।
अंसर शेख के पिता
Yonus Shaikh Ahmad जो नशे के आदि थे और चाहते थे की Ansar Shaikh पढ़ाई लिखाई छोड़ दे।
लेकिन अंसार के शिक्षको ने
उनके पिता को समझाया की
आपका बेटा पढ़ाई मे
काफी होशियार है।
अंसर अहमद ने जब 12वी कक्षा
91 फ़ीसदी अंक हासिल किये तब
फिर किसी ने भी उन्हे
पढ़ाई करने से नही रोका।
इन्होंने अपना B A ग्रैजुएशन
पुणे के फर्गुसन कॉलेज से
Political Science से पूरा किया।
Graduation मे 73% अंक हांसिल किये
इनके पिता महाराष्ट्र के मराठवाडा मे ऑटो चलाने का काम करते थे,
ऐसे मे Ansar Ahmad Shaikh के दोस्तो ने वित्तीय मदद की।
यहाँ तक की अंसार अहमद के छोटे भाई ने सातवी मे स्कूल छोड़कर गराज मे काम करना शुरू कर दिया ताकि अंसार अहमद IAS की तैयारी कर सके।
यह Ansar कि कड़ी मेहनत और जज्बे का नतीजा है की इतनी परेशानी के बावजूद वो देश के सबसे कम उम्र (21 वर्ष) के
IAS अधिकारी बने।
अगर आप यह सोचते हैं कि आपका कंपटीशन दूसरे लाखों बच्चों से है जो एग्जाम दे रहे हैं तो आप गलत हैं
आपका कंपटीशन आप खुद है-
Ansar Shaikh
Ansar Ahmad अभी वर्तमान में
पश्चिम बंगाल राज्य में
MSME and textiles Dept. में
स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर हैं।