UPSC Topper
IPS Priyanka Shukla Success Story
सफलता की कहानी
आईपीएस प्रियंका शुक्ला जिन्होंने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी सिविल सर्विस 2018 की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 109 लाकर आईपीएस अधिकारी बने।
प्रियंका को आईपीएस बनने की प्रेरणा अपने दादाजी से मिली जो स्वयं एक आईपीएस अधिकारी थे और मध्य प्रदेश केडर से एडीजी के पद से रिटायर हुए।
प्रियंका शुक्ला से प्रभावित होकर उनकी छोटी बहन मिनी शुक्ला ने भी IPS बनने का सोचा और UPSC 2021 में 90th रैंक लाकर अपने परिवार का नाम रोशन किया।
प्रियंका और मिनी शुक्ला की मां सीमा शुक्ला कहती है कि
मैं बहुत गौरवान्वित महसूस करती हूं कि मेरी दोनों बेटियां आईपीएस ऑफिसर है।
छोटी बहन मिनी शुक्ला को यूपीएससी प्रिपरेशन के लिए बड़ी बहन प्रियंका शुक्ला का साथ मिला।
प्रियंका मध्यप्रदेश के भिंड में एक छोटे गांव (मेहगांव) से आती है जहां के सरकारी स्कूल से सातवीं कक्षा तक की पढ़ाई करी।
प्रियंका शुक्ला के पिता कृष्णकांत शुक्ला जी (businessman) अपने बच्चों की पढ़ाई को लेकर काफी सजग थे और लड़के-लड़की में कोई भेद नहीं करते थे।
Priyanka की पढ़ाई
ग्वालियर से पूरी हुई और
इन्होने अपना ग्रेजुएशन
Electronics & Communication Engineeringकरने के बाद
UPSC की तैयारी प्रारंभ की।
प्रियंका शुक्ला
ने शुरू के 2 Attempt तो
ग्वालियर में रहते हुए दिए
किंतु असफल रही।
तीसरे प्रयास के लिए दिल्ली जाकर कोचिंग क्लास को ज्वाइन किया लेकिन इस बार भी असफलता हाथ लगी।
यह खुद पर भरोसा ही था जो चौथे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 109 लाकर प्रियंका आईपीएस ऑफिसर बन गई।
3rd attempt से प्रियंका शुक्ला ने Test Series देना प्रारंभ किया,
The Hindu Newspaper को प्रतिदिन पढ़ना शुरू किया,
अपने खुद के नोट्स बनाएं।
प्रियंका शुक्ला अभी जबलपुर में सीएसपी के पद पर पदस्थ है और निष्ठा भाव से देशसेवा कर रही हैं।
यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए खुद पर भरोसा रखना सर्वप्रथम है, पूरे समर्पण और ईमानदारी के साथ किया गया प्रयास जरूर फलदायक होता है।