मिलिए पंजाब के मोगा से आने वाली Ritika Jindal से जिन्होंने विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए IAS बनने का सपना पुरा किया
स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियों को सुनकर बड़ी हुई Ritika ने देश सेवा करने का निर्णय लिया
Ritika Jindal ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जन्मस्थल मोगा से ही की और बचपन से मेधावी छात्रा रही रीतिका ने North India मे CBSE Top किया
Graduation करने के लिए भारत देश का प्रतिष्ठित कॉलेज "श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स" में प्रवेश लिया और अव्वल दर्जे से पास हुई
Ritika का IAS बनने का सपना बचपन से था और स्नातक के अंतिम वर्ष से तैयारी प्रारंभ कर दी
प्रथम प्रयास मे तीनो फेस (Pre, Mains, Interview) तक गई लेकिन कुछ अंकों की वजह से मेरिट लिस्ट से बाहर हुई
प्रथम प्रयास से मिली असफलता से शिक्षा लेते हुए और ज्यादा कड़ी मेहनत की और यूपीएससी में दूसरा प्रयास देने का सोचा
साल 2018 में यूपीएससी सीएसई में ऑल इंडिया रैंक 88 हासिल करके अपने आईएएस बनने के सपने को साकार किया
IAS बनने का यह सफर इतना आसान नही था, जब रीतिका ने यूपीएससी की तैयारी प्रारंभ की तब उनके पिता को मुंह का कैंसर डिटेक्ट हुआ था,
और Ritika ने जब UPSC का 2nd attempt दिया तब उनके पिता को फेफड़ों का कैंसर हो गया और इलाज के लिए लुधियाना जाना पड़ता था
पिता की बिगड़ती हुई सेहत का असर रितिका की पढ़ाई पर पड़ने लगा था, लेकिन ऐसी विकट परिस्थिति के बावजूद उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी।
रितिका का कहना है की पिता को जिंदगी के लिए लड़ते हुए देख ही मुझे यूपीएससी के लिए मेहनत करने की प्रेरणा मिली है।
IAS Ritika Jindal
UPSC Success Story
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