Hindi Short Story with MORAL (3 PIECES OF ADVICE)

HINDI SHORT STORY WITH MORAL | 3 PIECES OF ADVICE (3 सलाह) :

Motivational Story in Hindi
Motivational Story in Hindi

हैल्लो दोस्तों, 👋

आज मैं लेकर आया हूँ  “HINDI SHORT STORY with MORAL | 3 PIECES OF ADVICE

3 सलाह जोकि हिंदी में होगी (IN HINDI), तो आप सभी से निवेदन है की इस कहानी को अंत तक और ध्यान पूर्वक पढ़े।  तो चलिए शुरू करते है 👇

” एक बार की बात है , एक दूर गांव में एक गरीब किसान अपनी पत्नी के साथ रहता था।

उस गांव में रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं थी , जिसके कारण वह अपने छोटे से 2 लोगो के परिवार का भरण पोषण कर पाने में भी असमर्थ था।

इस बात से वह किसान काफी परेशान था।  एक दिन उसने यह निर्णय लिया की वह किसी दूसरे गांव या कसबे में जाकर वहां कोई नौकरी ढूंढेगा।

घर आकर उसने ये बात अपनी पत्नी को बताई की

” मैं काम धंधे के सिलसिले में दूसरे गांव जा रहा हूँ वो भी लम्बे समय के लिए।  तुम मेरा इंतज़ार करना।

मेरे इस भरोसे को कायम रखना की तुम मुझे छोड़कर किसी ओर के पास नहीं जाओगी।  मैं फिर से लौट कर आऊंगा , चलता हूँ …  “

यह कहते हुए वह निकल गया , कई दिनों और रातो के सफर के बाद वह गरीब किसान एक छोटे से कसबे में पंहुचा।  किस्मत भी अच्छी थी की जल्दी ही उसे एक व्यापारी के यहाँ एक छोटी सी नौकरी भी मिल गई और दो वक्त के भोजन की भी व्यवस्था हो गई ।  नौकरी शुरू करने से पहले उसने अपने मालिक से कहा की

” है मालिक , मैं आपके यहाँ 20 साल तक काम करूँगा और आप मुझे मेरा मेहनताना (कमाई ) हर महीने मत देना, बल्कि 20 वर्ष पुरे होने के पश्चात ही देना  “

और व्यापारी ने उस किसान की बात मान ली ,

वह किसान अब हर दिन मेहनत मजदूरी करता , बिना किसी छुट्टी या अवकाश के दिन रात काम करता ये सोच के की एक दिन घर जाऊंगा तो अपनी पत्नी को ढेर सारे रुपये दूंगा। ऐसा करते-करते उसे 20 साल पुरे हुए।

वह अपने मालिक के पास गया और  कहने लगा की

“मालिक ! मुझे 20 वर्ष पूर्ण हुए , अब मुझे आज्ञा दीजिए की में अपने घर जाऊ।  आप मुझे मेरी 20 सालो की कमाई दे दीजिए “

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यह सुन कर व्यापारी बोला

“तुम बहुत ही मेहनती हो और ईमानदार हो।  इन 20 सालो में तुमने कठोर मेहनत करके अच्छा पैसा कमाया है।

किन्तु मेरे पास तुम्हारे लिए एक प्रस्ताव है।  या तो तुम अपने 20 सालो की कमाई ले लो या फिर मैं तुम्हे 3 सलाह दूंगा (3 Pieces of Advice) जो जिंदगी भर तुम्हारे काम आएगी।

ध्यान रहे दोनों में से कोई एक चीज़ ही मैं तुम्हे दे सकता हूँ।  अब फैसला तुम्हारा। “

फैसला लेते लेते उस किसान को 2 दिन लग गए।  2 दिन बाद वह किसान उस व्यापारी के पास जाता है और कहता है की

 “है मालिक ! आप मुझे वो 3 सलाह (3 PIECES OS ADVICE) दे दीजिए जो जिंदगी भर मेरे काम आएगी , मुझे मेरी कमाई नहीं चाहिए। “

तब व्यापारी बोला की

“ठीक है, मैं तुम्हे वो 3 सलाह देता हूँ , ध्यान पूर्वक सुनना :

  1. पहली सलाह की जीवन में कभी भी शॉर्टकट (आसान रास्ता) नहीं लेना, हमेशा अपनी मेहनत पर ही भरोसा करना।  क्योकि हो सकता है वह आसान सा दिखने वाला रास्ता मौत की तरफ ले जाए।  “
  2. दूसरी सलाह ये की हद से ज्यादा उत्सुक कभी मत होना। क्योकि हो सकता है की हद से ज्यादा उत्सुकता या कोतुहल मृत्यु की तरफ ले जाए।
  3.  तीसरी और आखरी सलाह ये की जब भी तुम गुस्से में हो या व्यथित (परेशान ) हो तो कोई फैसला जल्दी में मत लेना “

तीनो सलाह देने के बाद उस व्यापारी ने उस किसान को 3 पाव रोटी (LOAF) दी की  2 पाव रोटी तो बिच रास्ते में सफर के दौरान खा लेना और तीसरी पाव रोटी अपने घर में पहुंचने के बाद खाना।

किसान अपने घर के लिए चल दिया।  बिच में उसे एक राहगीर मिला।

राहगीर पूछने लगा की “भाई कहा जा रहे  हो।”

तब किसान बोला की “मैं अपने घर की ओर जा रहा हूँ जहाँ पहुंचने में मुझे 25 दिन लग जाएंगे।”

यह सुनकर वह राहगीर बोलने लगा की “मुझे एक रास्ता पता है जो तुम्हे सिर्फ 5 दिन में ही अपने घर पंहुचा देगा”

यह सुन कर वह किसान राहगीर के बताए रास्ते पर चल दिया किन्तु अचानक उसे अपने मालिक की बताई पहली सलाह याद आ गई की कभी भी शॉर्टकट रास्ते को न अपनाना और वह किसान फिरसे अपने लम्बे रास्ते पर चल दिया।

आगे चलकर उसे पता की अगर वह उस शॉर्टकट रास्ते पर चलता तो वह एक जंगल पहुंच जाता जहाँ चोर डाकू घात लगा के  बैठे थे , जो किसी अनजान और अकेले व्यक्ति को लूटकर उसे मार देते थे।

चलते चलते उसे रात हो गई और एक गांव में कसी सज्जन से एक रात रुकने का आग्रह किया। तब उस सज्जन ने एक छोटी सी झोपड़ी में रहने के लिए जगह दी।

आधी रात को उसे एक चीख सुनाई दी , वह किसान उस चीख को सुनकर झट से अपने पेरो पर खड़ा हो गया और दरवाजा खोलने ही वाला था की अचानक उसे अपने मालिक की बताई दूसरी सलाह याद आ गई की

“हद से ज्यादा उत्सुकता (Curious ) ख़राब होती है”  यह सोच कर उस किसान ने दरवाजा नहीं खोला और फिरसे सो गया।

जब वह सवेरे जगा तो उस सज्जन ने किसान से पूछा की आधी रात को कोई आवाज़ सुनाई दी, तब किसान ने कहा की हाँ सुनाई दी।  तब वह सज्जन बोला की वह एक पागल की चीख है जो रात को चिल्लाता है और अगर उसकी चीख को सुनकर कोई बहार आता है तो वह उसे मार देता है।

चलते चलते वह अपने घर के करीब पहुंच गया , दूर से उसे अपने घर की खिड़की पर एक लालटेन लटका हुआ दिखाई दिया।  जैसे जैसे वह किसान पास पंहुचा तो उसे अपनी पत्नी की परछाई दिखी , लेकिन ध्यान से देखने पर उसे पता चला की घर में उसकी पत्नी अकेली नहीं है , उसके साथ एक पुरुष भी  है।

किसान बहुत  क्रोधित हुआ और क्रोध में आकर उसने तय किया की वह उसकी पत्नी और उस पुरुष प्रेमी को मार देगा  किन्तु अचानक उसको उसके मालिक की दी हुई तीसरी सलाह याद आई की क्रोध (गुस्से) में लिया गया फैसला बाद में पछतावा देता है।

उस रात को बारिश भी बहुत तेज हो रही थी , जैसे तैसे उस किसान ने मन मारकर एक आश्रय में रात गुजारी।  जब सवेरे हुई तो उसका क्रोध शांत हो गया था।  उसने निश्चय किया की वह  फिरसे उसी कसबे में चला जाएगा और अपने मालिक से फिरसे काम मांगेगा।

लेकिन जाने से पहले एक बार अपनी पत्नी से जरूर मिलूंगा और कहूंगा की मैं अभी तक केवल तुम्ही से प्यार करता रहा हूँ।

जब किसान ने अपने घर का दरवाजा खटखटाया तो दरवाजा उसकी पत्नी ने खोला और अपने पति को देख पहचान कर बहुत खुश हुई और उसे गले लगा लिया।

लेकिन किसान ने अपनी पत्नी को दूर करते हुए कहा की मैं तुमसे 20 सालो तक दूर रहा और हमेशा तुम्हे याद किया किन्तु तुमने मुझे धोका दिया। कल रात मैंने तुम्हे एक अन्य पुरुष के साथ अपने घर में देखा।

यह सुन पत्नी दुखी मन से बोली की मैंने तुम्हे कोई धोखा नहीं दिया है। वह पुरुष ओर कोई  नहीं बल्कि अपना पुत्र है। तुम्हारे जाने के बाद मुझे पता चला की मैं गर्भवती हूँ और अब हमारा बेटा पुरे 20 साल का हो गया है।

यह सुनकर किसान बहुत प्रसन्न हुआ और उसने अपने पुत्र को गले लगाया। अपने मालिक के दि हुई तीसरी पाव रोटी को अपनी पत्नी और बेटे के साथ खाने बैठा।  जब उसने पाव रोटी को तोडा तो देखा की उस पाव रोटी के अंदर वो सारे पैसे थे उसने इन 20 सालो में कमाए साथ ही उसका ब्याज भी था।  पूरा परिवार बहुत प्रसन्न हुआ।

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शिक्षा

इस कहानी “HINDI SHORT STORY with MORAL | 3 PIECES OF ADVICE” से हमें यही शिक्षा मिलती है की जीवन में हमें कई बार त्याग (Sacrifice) करना पढता है , कई बार हमें बहुत धैर्य रखना पढता है।  जब मन माफिक परिणाम नहीं मिलता है तो हम सब परेशां हो जाते है।  किन्तु देर से मिलने वाला परिणाम सोचे गए परिणाम से काफी ज्यादा अच्छा होता है।  इस कहानी में बताई गई तीन सलाह को हमेशा ध्यान में रखे।

दोस्तों मैं आशा करता हूँ की ये कहानी “HINDI SHORT STORY with MORAL | 3 PIECES OF ADVICE“आपको बहुत अच्छी लगी होगी।

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Note:- This Article is in the Hindi Language. I researched a lot and I tried my Best to write this Motivational Post in Hindi but in case if you found any Grammatical mistake in this Article then please keep calm and keep support  Thankyou.

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