Cockroach Theory On Self Development (In Hindi)

Cockroach Theory On Self Development A Speech by “SUNDAR PICHAI” (Hindi – हिंदी)

सुन्दर पिचाई  को आज कोन नहीं जानता है | वे World के Top  Most सर्च इंजन GOOGLE के CEO (Chief Executive Officer) है.

Cockroach Theory On Self Development (In Hindi)
Cockroach Theory On Self Development (In Hindi)

सुन्दर स्वभाव में बहुत ही हसमुख और शांति प्रिय व्यक्ति है |

Hard Work, Sincerity और Humbleness उनकी qualities है |

Chennai की गलियों से निकलकर GOOGLE तक का सफर काफी संघर्षपूर्ण था | दोस्तों में आपके साथ कोई बायोग्राफी शेयर करने नहीं जा रहा हूँ  बल्कि 1 घटना जो सुन्दर पिचाई के साथ घटी जिसका नाम है

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“COCKROACH THEORY ON SELF DEVELOPMENT ” 

तो घटना कुछ इस प्रकार है

” एक रेस्टोरेंट में अचानक ही 1 कॉकरोच कंही से उड़कर आया और एक महिला के हाथ पर जा बैठा | डरी, सहमी और भयभीत महिला उछल-उछल कर चिल्लाने लगी – कॉक्रोच…  कॉक्रोच…

उसे  इस तरह घबराया देख उसके अन्य साथी और रेस्टोरेंट में मौजूद अन्य लोग भी भयभीत हो गए।  इसी कसमकस में महिला ने अपना हाथ झटका और कॉकरोच उसकी कलाई से छटक कर उड़ गया

लेकिन वह उड़ कर दूसरी महिला हाथ पर जा बैठा।  अब क्या था घबराने की बारी दूसरी महिला की थी और इस तरह वह दूसरी महिला भी जोर जोर से चिल्लाने लगी – कॉक्रोच…  कॉक्रोच…

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यह सब ड्रामा दूर खड़ा एक वेटर देख रहा था और वह महिला की मदद करने के उद्देश्य से महिला की ओर बड़ा तभी कॉकरोच उड़कर उस वेटर के कंधे पर जा बैठा।

लेकिन वेटर उस कॉकरोच को देखकर भयभीत नहीं हुआ और घबराने की बजाय शांत खड़ा रहा और कॉकरोच की हरकतों को ध्यान से देखता रहा।

जब कॉकरोच स्थिर हो गया तब वेटर ने मौका देख उस कॉकरोच को अपने हाथो से पकड़कर बहार फेंक दिया।

सुन्दर उसी रेस्टोरेंट में काफी पीते हुए यह मनोरंजक दृश्य देख रहे थे तभी उनके जहन में एक सवाल आया की जो समस्या उन दोनों महिलाओ के साथ हुई क्या उसका जिम्मेदार वह कॉकरोच था!

यदि हाँ तो वह वेटर क्यों नहीं चिल्लाया , क्यों वह शांत खड़ा रहा? कैसे उसने बिना परेशानी के उस विकट परिस्थिति को संभाल लिया।

तो इससे हमें यह पता चलता की है की कॉकरोच उस स्थिति का जिम्मेदार नहीं था बल्कि यह तो उन दोनों महिलाओ की परिस्थिति को न संभालने की अयोग्यता थी, वे लोग ही स्थिति को ठीक से नहीं संभाल पाए।

सुन्दर ने महसूस किया की ये मेरे पिता, मेरे बॉस, या मेरी पत्नी का चिल्लाना नहीं जो मुझे परेशान करता है बल्कि ये तो मेरी अयोग्यता है जो में उस परिस्थिति को अच्छे से नहीं संभाल पता।

समस्या से ज्यादा मेरी उस समस्या के प्रति बर्ताव है जो मुझे वास्तव में परेशान करता है।

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शिक्षा

किसी भी Situation के लिए React (प्रतिक्रिया) करने की बजाय Respond (जवाब) करना चाहिए।

इस घटना ने सुन्दर के सोचने का तरीका ही बदल दिया। हमें किसी भी समय “प्रतिक्रिया” नहीं करनी चाहिए बल्कि उस परिस्थिति को अच्छे से समझकर उसका जवाब देना चाहिए।

उस महिला ने प्रतिक्रिया व्यक्त की बल्कि वेटर ने परिस्थिति को ठीक से समझा और उसके अनुसार जवाब दिया।

प्रतिक्रिया हम बिना सोचे समझे देते है बल्कि जवाब हम सहज तरीके से और सोच समझकर देते है।

जीवन को समझने का एक सुन्दर तरीका :-

“जो लोग खुश है वो इसलिए खुश नहीं है क्योकि उनके जीवन में सबकुछ ठीक चल रहा है, वे तो इसलिए खुश है क्योकि उनके जीवन में जो कुछ भी होता है उसके प्रति उनका नजरिया सही होता है।”

जिंदगी से परेशान होने की बजाय उस परेशानी का कारण जाने, जल्दी से प्रतिक्रिया न दे कर सोच समझ कर जवाब दे क्योकि जल्दी में किया गया कोई भी कार्य अक्सर गलत साबित होता है।

तो धैर्य रखे और जल्दबाजी न करे और अंत में

Everything Is Happened For The GOOD

जो भी होता है अच्छे के लिए होता है


NOTE:- “This Story is the Hindi translated version of COCKROACH THEORY ON SELF DEVELOPMENT, Translated & Researched by Our Team “Real Inspiration For U”. So if is there any Grammatical mistake in This Article please Let Me Know “

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मिलते है एक नई पोस्ट में तब तक के लिए आपका दिन शुभ रहे।

जय हिन्द जय भारत

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