आज हम बात करेंगे एक Success Story की जो की [Hindi – हिंदी] में होगी। India के पहले Wheelchair Bodybuilder, Anand Arnold की जिन्होंने अपनी सबसे बड़ी कमजोरी को अपनी सबसे बड़ी शक्ति बनाई और लोगो के सामने एक मिसाल कायम की और बने Indian Bodybuilder
तो चलिए थोड़ा ओर करीब से जानते है इनके बारे में…
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Anand Arnold बचपन से ही अपनी health को लेकर बहुत ही सजक थे क्योकि इनके बड़े भाई भी बॉडीबिल्डर थे जो 90 के दशक में Mr. Punjab बने थे, इसके अलावा आनंद का पूरा परिवार खेल प्रेमी था, तो स्वाभाविक है की बॉडीबिल्डिंग उनको भी पसंद आई।
बहुत ही छोटी उम्र में इन्होने बॉडीबिल्डिंग शुरू कर दी थी। शुरुआत में पुशअप्स और डम्बल्स करते थे।
13 साल के रहे होंगे तब उन्होंने अपने पिता से जिम जाने की अनुमति मांगी लेकिन पिता ने साफ़ इंकार कर दिया। फिर आनंद ने अपने बड़े भाई से जिम जाने के लिए पापा से सिफारिश करने को कहा तब जाकर पिता ने आनंद को जिम जाने की इजाजत दी और इस तरीके से शुरुआत हुई अपने सपने पुरे करने की।
काफी ज्यादा मेहनत की और अंत में छोटी सी उम्र में Mr. Golden Ludhiana चुन लिए गए जिससे माता पिता काफी खुश हुए और गौरान्वित हुए।
लेकिन एक अजीब सा दुर्भाग्य इनके साथ होने वाला था। बचपन में 14 साल की उम्र में आनंद को Body के Lower Back में Pain होता था जिसे शुरूआती तौर पर इन्होने नज़र अंदाज किया। 15 साल की उम्र में एक रात आनंद को Lower Back में असहनीय पीड़ा हुई। जल्दी से डॉक्टर को दिखाया, जब डॉक्टर ने MRI Machine से चेकअप किया तो Cancer – कैंसर का पता चला जो की last Stage पर था।
पुरे परिवार को जैसे गहरा आघात लगा। डॉक्टर ने कहा जल्दी से ऑपरेशन करना पड़ेगा लेकिन जान का खतरा रहेगा या Body Paralyse (लकवा) हो जाएगी।
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अंत में ऑपरेशन करना पड़ा लेकिन जिस बात का डर था वही हुआ। Lower Body में लकवा हो गया यानी पूरा शरीर almost dead हो गया। मुँह के अलावा शरीर का कोई ओर अंग नहीं हिल रहा था। आनंद का जीवन समझो बर्बाद सा हो गया था क्योकि इन्होने भी सपने देखे थे की जब बड़ा हो जाऊंगा तो ये करूँगा, वो करूँगा, बुलेट खरीदूंगा लेकिन एक ही झटके में सब ख़त्म हो गया।
परन्तु आनंद ने हार नहीं मानी, धीरे धीरे हलके फुल्के एक्सरसाइज किये और Upper Body में हलचल होने लगी। आनंद खुश हुए की Improvement हो रहा है। जब एक अन्य डॉक्टर को दिखाया तो चेकअप के बाद डॉक्टर ने कहा की ऐसी कोई दवा नहीं बनी जो आनंद के लकवा को ठीक कर सके यानी अब से आनंद को हमेशा ऐसे ही अपना जीवन व्यतीत करना पड़ेगा .

यह सुनकर आनंद रोने लगे, लेकिन एक दिन आनंद अपने स्टूडेंट से मिले और स्टूडेंट ने आनंद से कहा की चलिए मैं आपको जिम लेकर चलता हूँ। जब जिम पहुंचे तो आनंद बहुत खुश हुए क्योकि वो सारा पहले वाला दृश्य दिख रहा था , सारे लोग जिम कर रहे थे , कोई पुशअप कर रहा था , सबकुछ देख कर अच्छा लग रहा था।
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धीरे धीरे आनंद भी Upper Body Exercise करने लगे जिनमे वे कॉन्फिडेंट थे, फिर आगे बढ़ते गए और भी कई सारी एक्सरसाइज करने लगे जैसे Pushups, Chest Press, Backdips आदि। इससे धीरे-धीरे असर दिखने लगा, बॉडी पंप करने लगी और आत्मविश्वास भी बढ़ने लगा।
कठोर मेहनत करने लगे , Daily Exercise करने लगे और finally Body Buildup हो गई। फिर आनंद के कोच ने आनंद को इंडस्ट्री में एक WheelChair Bodybuilder के रूप में introduce किया। फिर आनंद Professionaly Competition में भाग लेने लगे। उसके बाद जो हुआ उसका इतिहास गवाह है और ऐसी उपलब्धिया मिली जिनको उंगलियों पर गिना जाना मुश्किल था।
Anand Arnold को जो उपलब्धिया मिली है वो निम्नलिखित है ⇊⬇⬇⇊
➤ India के पहले WheelChair Wresteler,
➤ Mr. India ➠ 4 बार जीते,
➤ Mr. Punjab ➠ 13 बार जीते,
➤ North India ➠ 9 बार जीते,
➤ Heavy Weight Lifting में National Gold Medal जीता,
➤ Arm Wrestling में भी Medal जीते,
➤ Anand Arnold के जीवन के ऊपर एक Commercial Movie भी बन रही है,
➤ इसके अलावा 27 अलग अलग Title अपने नाम किये,

यही नहीं अब आनंद अर्नाल्ड कई सारे अंतर्राष्ट्रीय हेल्थ ब्रांड के ब्रांड एम्बेसडर बने हुए है और कई सारे प्रसिद्द Action Toys के Model है।
इसके अलावा Author Allen ने Anand Arnold के ऊपर एक किताब भी लिखी है जिसका शीर्षक है
“Weightless: True Story Of Courage And Inspiration“
इसके अलावा कई सारे Reality Show में भी Participate किया जैसे India’s Got Tallent.
एक ओर बात आनंद ने अपने नाम के साथ जो अर्नाल्ड नाम लिखा है वो उन्होंने लिया है प्रसिद्द
ऑस्ट्रेलियन-अमेरिकन बॉडीबिल्डर और पावर लिफ्टर Mr Arnold Alois Schwarzenegger से जो की खुद अपनी मेहनत और परिश्रम के बल पर बहुत सारे मुकाम हांसिल किया।
Moral Of The Story
दोस्तों इस कहानी से हमें ये प्रेरणा मिलती है की आनंद अर्नाल्ड ने अपनी सबसे बड़ी कमजोरी को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। कैंसर और लकवा जैसी भयावह बीमारी के बावजूद उन्होंने हार मानने से इंकार किया। आनंद जी की Lower Body पूरी तरीके से ख़राब है उसके बाद भी इन्होने एक बड़े लक्ष्य को हांसिल किया।
हमारे साथ तो ऐसा नहीं है ना, फिर भी हर समय शिकायत क्यों करते है ? तो आगे बड़े और अपने लक्ष्य को हांसिल करे।
दोस्तों ये थी Anand Arnold की सफलता की एक कहानी (Success Stories in Hindi) जिसे पढ़कर आप सभी उत्साहित हुए होंगे। मुझे यकीन है की आप सभी को ये Real Life Success Story बहुत पसंद आयी होगी , अगर पसंद आयी है तो अपने दोस्तों के साथ इस कहानी को शेयर करे।
और मुझे निचे Comment करके बताये की आप को ये कहानी कैसी लगी, और भी प्रेरणादायक कहानी पढ़ने के लिए हमें Real Inspiration For U.com को फॉलो कीजिये।
अपना बहुमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद, आपका दिन शुभ रहे।
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Note:- I wrote this story in Hindi language and I researched a lot to write this story so if you found any grammatical error in this Article please let me know. Thanks
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Wow, Amazing Story jo sikhati hai ki zindagi mein kisi bhi situation mein haar nahi mano. Thanks for sharing.
Great story’
VERY VERY VERY INCREDIBLE MAN THIS IS UN BELIVEABLE STORY