Swami Vivekanand Life Story (In Hindi)

SWAMI VIVEKANANDA LIFE STORY (स्वामी विवेकानंद और बन्दर)

हैल्लो दोस्तों,

आज मैं आपको एक प्रेरक कहानी सुनाने जा रहा हूँ जिसका शीर्षक है
” SWAMI VIVEKANANDA LIFE STORY (स्वामी विवेकानंद और बन्दर)
तो चलिए कहानी शुरू करते है
एक बार की बात है जब SWAMI VIVEKANANDA (स्वामी विवेकानंद ) अपने रास्ते जा रहे थे।
बिच में एक मंदिर पड़ता था जहाँ पर बहुत सारे बन्दर रहते थे , जैसा हम अक्सर देखा करते है।

 

वे बन्दर बहुत ज्यादा हुड़दंग मचाते थे। एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर उछल कूद करते रहते थे।

स्वामी विवेकानंद का उस रास्ते से पहली बार निकलना हुआ।  जब वे अपने आश्रम की ओर जा रहे थे की अचानक इतने सारे बन्दर को देखकर घबरा गए।
जब वे अपने पथ पर आगे जाने की कोशिश करते तो बन्दर उनका रास्ता रोक लेते थे और बड़े बड़े दांत दिखाकर अपना शक्ति प्रदर्शन करते थे।
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यह देख कर विवेकानंद जी काफी भयभीत हो गए थे।  इस भय के कारण वे अपना आगे का रास्ता छोड़कर पीछे भागने लगे , लेकिन ये क्या … वे बन्दर तो अब स्वामी जी का पीछा कर रहे थे।
 
SWAMI VIVEKANAND जी अब ओर ज्यादा डर गए थे।  उन्होंने अपने भागने की गति और तेज की ताकि बन्दर उन्हें पकड़कर नोच ना ले …
यह सब घटना को पास ही का रहने वाला एक व्यक्ति देख रहा था , उस व्यक्ति ने स्वामी जी रोकते हुए पूछा की  हे महानुभव ! आप इतनी तेज क्यों भाग रहे है।
इसका जवाब देते हुए विवेकानंद जी हाँफते हुए कहते है की बंदरो का एक झुण्ड मेरे पीछे पड़ा हुआ है , कृपा करके मेरी रक्षा कीजिए।
तब उस व्यक्ति ने कहा की आप भागिए मत , क्योकि आप जितना भागेंगे ये बन्दर आपको उतना डराएंगे , इसके बजाय आप उन बंदरो का सामना करे।
यह सुन कर विवेकानंद जी रुके और पलटकर बंदरो की तरफ आने लगे।  जब बंदरो ने स्वामी जी को अपनी तरफ आते देखा तो उन्होंने स्वामी जी को जाने दिया और रास्ता नहीं रोका।  
 
शिक्षा :-  इस घटना से स्वामी जी ने ये सबक लिया की समस्याए और परेशानिया भी इन्ही बंदरो की तरह होती है, जिनसे जितना दूर जाओगे ये घूम फिर के वापिस तुम्हारे पास आ ही जाएगी और अगर तुम इन समस्याओ का डटकर सामना करोगे तो ये पल भर में छू मंतर हो जायेगी,
तो समस्याओ से भागने में कोई अर्थ नहीं है बल्कि उन समस्या का हल ढूंढकर उन्हें जड़ से हटाना ही पुरुषार्थ है ।
स्वामी विवेकानंद जी का एक प्रेरक कथन
उठो… जागो… 
और तब तक मत रुको !
जब तक लक्ष्य  
की प्राप्ति ना हो !!
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NOTE :- This Story is in Hindi Language and I researched a lot and tried my Best to write this Article but in case if you found any grammatical mistakes in this Article , you can Comment down below. Please Cooperate with us, Keep Supporting and Keep Reading.

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